शाहीन बाग़: आख़िर कब और कैसे ख़त्म होगा विरोध-प्रदर्शन?

दो महीने का वक़्त बीत जाने के बाद भी सरकार का कोई प्रतिनिधि इनसे मिलने शाहीन बाग़ नहीं पहुंचा.


वैंलेंटाइंस डे के मौके पर प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शाहीन बाग़ आने का न्योता दिया. इससे जुड़े पोस्टर और कार्ड भी लगाए. प्रदर्शनकारी मोदी के लिए तोहफ़ा भी लेकर बैठे थे.


 



इसके एक दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक निजी चैनल के कार्यक्रम में शाहीन बाग़ में हो रहे विरोध-प्रदर्शन से जुड़े सवाल पर कहा कि सरकार हर किसी से बात करने को तैयार है. जिसके मन में भी नागरिकता संशोधन क़ानून तो लेकर किसी तरह का सवाल है वो आकर बात करे.


उन्होंने कहा, ''क़ानून में ऐसा कौन सा प्रावधान है जिससे लोग महसूस कर रहे हैं कि यह मुसलमानों के ख़िलाफ़ है, देश के ख़िलाफ़ है. अंदेशे में आंदोलन नहीं होते. अगर आपत्ति है तो बात करें. मैं तैयार हूं. संसद में मैंने हर सवाल का जवाब दिया. आपत्ति क्या है, बताइए. जिसे भी समस्या है वो मेरे ऑफ़िस से मिलने का वक़्त मांगे. मैं तीन दिन के अंदर मिलूंगा और चर्चा करूंगा. जो भी आना चाहे मैं सबसे मिलने को तैयार हूं लेकिन चर्चा किसी को करनी नहीं है. क्योंकि मेरिट पर चर्चा करनी पड़ेगी