शिवपुरी. बिना शादी के एक पीडि़त युवती व उसके परिजनों की रिपोर्ट पर एक परिवार के पांच सदस्यों के खिलाफ सोमवार को दहेज एक्ट सहित मारपीट की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। जिस युवती की रिपोर्ट पर मामला दर्ज हुआ है, उसकी सगाई आरोपी बने युवक से 6 माह पूर्व सगाई हो गई थी तथा यह तय हुआ था कि शादी बिना दहेज के की जाएगी, लेकिन बाद में पटवारी बेेटे की शादी में बड़ी डिमांड कर देने से मामला बिगड़ गया।
जानकारी के अनुसार सेसई सड़क निवासी राधावल्लभ शर्मा की बेटी की सगाई 6 सितंबर को आकाश पुत्र अशोक शर्मा निवासी अशोक बिहार कॉलोनी के साथ हुई थी। आकाश कोलारस में पटवारी है। पीडि़त पक्ष का कहना है कि जब सगाई हुई थी, तब यह हुआ था कि बिना दहेज के शादी 25 फरवरी को होगी। जिसे लेकर युवती के घर में शादी की तैयारियां शुरू हो गई थीं, लेकिन इसी बीच 1 फरवरी को युवती के पिता को आकाश के परिजनों ने अपने घर बुलाया और कहा कि हमने अपने बेटे को फ्री में पटवारी नहीं बनाया है, बल्कि हमारा बहुत पैसा उसकी पढ़ाई पर खर्च हुआ है। इसलिए अब यदि शादी करनी है तो 5 लाख रुपए नकद व एक कार दहेज में देनी होगी। इतनी बड़ी डिमांड सुनकर युवती के परिजन सन्न रह गए तथा उन्होंने पुरानी बातें याद दिलाते हुए कहा कि आप लोगों ने तो कहा था कि हम बिना दहेज के शादी करेंगे, लेकिन युवक के परिवारजनों ने युवती के परिजनों की कोई बात नहीं सुनी तथा उन्हें अपने घर से भगा दिया। आरोपी बना आकाश जहां पटवारी है, वहीं उसकी मां शासकीय उमावि क्रमांक-दो में एकाउंटेंट हैं, जबकि बहन स्वास्थ्य विभाग में नर्स है। इस तरह एक साथ तीन शासकीय कर्मचारियों पर दहेज एक्ट का प्रकरण दर्ज हो गया।
जब दोनों पक्षों में बात नहीं बनी तो युवती के पिता राधावल्लभ शर्मा की रिपोर्ट पर फिजीकल थाना पुलिस ने आरोपी आकाश शर्मा (पटवारी), पिता अशोक शर्मा, मां हर्षलता शर्मा, वर्षा शर्मा निवासी अशोक विहार कॉलोनी एवं मामा संजय शर्मा निवासी बन विहार कॉलोनी, शिवपुरी के खिलाफ धारा 294, 506, 34, भादवि 3/4 दहेज प्रतिषेध अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया।
युवती की बड़ी बहन है इसी घर में बहू
जिस युवती की दहेज के फेर में शादी नहीं हुई, उसकी बड़ी बहन की शादी पटवारी आकाश के ताऊ के बेटे से आठ साल पूर्व हुई थी। बड़ी बहन के उस घर में बहू होने की वजह से युवती का भी इस घर में आना-जाना था। संभवत: इसी दौरान आकाश के साथ उसका पे्रम प्रसंग रहा और बाद में दोनों पक्षों की सहमति से सगाई भी हो गई थी, लेकिन बाद में दहेज की डिमांड बड़ी हो जाने की वजह से विवाद बढ़ गया और बिना शादी के ही दहेज एक्ट का मामला दर्ज हो गया।