हिमाचल के कुल्लू जिले के प्राइमरी स्कूल मासू में एक छात्रा को पढ़ाने के लिए तैनात दो जेबीटी शिक्षकों में से एक शिक्षक को दूसरे स्कूल में ट्रांसफर किया जाएगा। अमर उजाला में खबर छपने के बाद नींद से जागे प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने के मामले में संज्ञान लिया है। हालांकि एक जेबीटी शिक्षक को किस प्राइमरी स्कूल में भेजा जाएगा, यह अभी तय नहीं हुआ है। इसके साथ ही विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि भले ही स्कूल में एक ही विद्यार्थी है, इसके बावजूद स्कूल को बंद नहीं किया जा सकता। बहरहाल मामला सामने आने के बाद जिले में चर्चाओं का माहौल है।
लोग शिक्षा विभाग और सरकार की व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं। लोगों ने वर्तमान में सरकारी स्कूलों की दुर्दशा के लिए सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है। गौर रहे कि शिक्षा खंड कुल्लू-एक के तहत आने वाले प्राइमरी स्कूल मासू में तीसरी कक्षा में पढ़ने वाली एकमात्र छात्रा को दो जेबीटी शिक्षक पढ़ा रहे हैं। स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा भी स्कूल प्रबंधन समिति अध्यक्ष की बेटी है। दो अध्यापकों के अलावा स्कूल में एक-मिड डे मील वर्कर भी है। गौर रहे कि इस मामले में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने संज्ञान लेते ही विभाग से इसकी रिपोर्ट तलब करने की हामी भरी है।